खोल अपने पंख आसमान को छूना सीखो ,
हर पल को आखरी मान, उसको जीना सीखो,
कभी डर लगे, तो आँखें बंद कर अपनी अहसास को जगाना सीखो
हर अँधेरे पलों को अपनी रौशनी से जगमगाना सीखो ,
अपनी आकांक्षाओं को दो अपनी काबिलियत की उड़ान
और
उन्ही पंखों को खोल ,आसमान को छूना सीखो।
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